Air Conditner Consumption: जैसे-जैसे गर्मियों की गर्मी बढ़ती है, वैसे-वैसे एयर कंडीशनर (AC) की मांग भी ज्यादा हो जाती है. लेकिन बहुत से लोग ये नहीं जानते कि 1.5 टन का AC एक घंटे में कितनी बिजली खपत करता है और इसका सीधा असर बिजली बिल पर कितना पड़ता है. इस लेख में हम इसी सवाल का जवाब विस्तार से देंगे.
1.5 टन 5 स्टार AC की बिजली खपत
बजाज फिनसर्व की वेबसाइट के अनुसार, 1.5 टन का 5 स्टार AC औसतन 1.5kW (1500 वॉट) बिजली की खपत करता है. अगर आप 8 घंटे प्रतिदिन इसका इस्तेमाल करते हैं, तो:
- 1 दिन में खपत = 1.5kW × 8 घंटे = 12kWh (यूनिट)
- 30 दिन में खपत = 12 यूनिट × 30 = 360kWh (यूनिट)
यदि आपके क्षेत्र में बिजली का रेट ₹7 प्रति यूनिट है तो:
- बिजली खर्च = 360 × 7 = ₹2520 प्रति माह
- यह खर्च केवल एसी का है, अन्य उपकरणों की खपत इससे अलग होगी.
1.5 टन 3 स्टार AC की बिजली खपत
3 स्टार रेटिंग वाला 1.5 टन AC थोड़ी अधिक बिजली खपत करता है. इसकी खपत इस प्रकार होती है:
- प्रति घंटा खपत = 1.6kWh
- 1 दिन में खपत = 1.6 × 8 = 12.8 यूनिट
- 30 दिन में = 12.8 × 30 = 384 यूनिट
अगर बिजली रेट ₹7 प्रति यूनिट है तो
- बिजली खर्च = 384 × 7 = ₹2688 प्रति माह
- यानी 3 स्टार AC, 5 स्टार की तुलना में ₹168 ज्यादा बिजली खर्च करता है हर महीने.
सही टेंपरेचर पर चलाएं AC, वरना बढ़ेगा बिल
एसी से जुड़ी एक आम गलती है कि उपयोगकर्ता इसे बहुत कम तापमान पर चला देते हैं, जैसे कि 16°C या 18°C. इससे कंप्रेसर लगातार चलता है, और बिजली की खपत तेजी से बढ़ती है. विशेषज्ञों के मुताबिक, 24°C से 26°C के बीच AC चलाना सबसे सही और किफायती रहता है.
हर व्यक्ति की खपत अलग, बिल भी अलग
AC का बिजली बिल पूरी तरह उपयोग के तरीके पर निर्भर करता है.
- कमरे का साइज
- कमरे में घुसने वाली धूप
- दरवाज़ों-खिड़कियों की सीलिंग
कितने लोग कमरे में रहते हैं
- इन सभी कारकों के अनुसार एसी की एफिशिएंसी और बिजली खपत बदलती है.
- सिर्फ AC नहीं, बाकी उपकरण भी बढ़ाते हैं बिल
- ध्यान दें कि बिजली बिल में AC अकेला योगदान नहीं करता.
पंखा, फ्रिज, वॉशिंग मशीन, गीजर, टीवी, कंप्यूटर जैसे अन्य इलेक्ट्रॉनिक उपकरण भी खपत बढ़ाते हैं. इसलिए हर उपकरण के उपयोग में सावधानी और दक्षता जरूरी है.
क्या करें बिजली बचाने के लिए?
- AC को 24–26°C पर सेट करें
- कमरे को अच्छी तरह सील रखें
- पंखे का उपयोग भी साथ में करें
- AC की समय-समय पर सर्विस कराएं
- इनवर्टर या सोलर सिस्टम का विकल्प भी अपनाएं